एक झांसी की रानी ...मैंने भी आज देखा ना धुड़सवार थी...ना हाथों में तलवार थी एक झांसी की रानी ...मैंने भी आज देखा ना धुड़सवार थी...ना हाथों में तलवार थी
आओ आज सुनाए तुमको गाथा उस बलिदान की। देश की आन बचाई थी लगाकर बाजी जान की।। आओ आज सुनाए तुमको गाथा उस बलिदान की। देश की आन बचाई थी लगाकर बाजी जान की।।
रण में बढ़ते जाऊंगी अंग्रेजों को घुसने नही दूँगी। रण में बढ़ते जाऊंगी अंग्रेजों को घुसने नही दूँगी।
प्रिय मित्रों की अहम टिप्पणी , देखो क्या रंग लाएंगीII प्रिय मित्रों की अहम टिप्पणी , देखो क्या रंग लाएंगीII
कि अब मर भी जाऊँ तुम्हारे लिए तो वो थोड़ा होगा.... कि अब मर भी जाऊँ तुम्हारे लिए तो वो थोड़ा होगा....
ये कहानी है एक बंजारन की. उसकेे जीवन में हुए एक भयानक हादसे की... ये कहानी है एक बंजारन की. उसकेे जीवन में हुए एक भयानक हादसे की...